लोकसभा चुनाव 2024 की जल्दी घोषणा होने वाली है, ऐसे में सभी राजनीतिक दल चुनाव की तैयारी में लग गए हैं। छत्तीसगढ़ में लोकसभा की 11 सीट हैं जिसमें से बिलासपुर लोकसभा सीट बहुत महत्वपूर्ण है। यह सीट शुरुआत से बीजेपी का गढ़ रहा है वर्तमान में अरुण साव यहां से सांसद है।
चुनावी इतिहास :-
बिलासपुर राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर है और लोकसभा का महत्वपूर्ण सीट भी है, इस सीट के अंतर्गत आठ विधानसभा आती है, जिसमें कोटा, तखतपुर, बेलतरा, लोरमी, बिल्हा, मस्तूरी, मुंगेली, व बिलासपुर शामिल है।आजादी के बाद से बिलासपुर सीट पर कुल 16 चुनाव हो चुके हैं 1952 से 1999 के बीच यह सीट मध्य प्रदेश का हिस्सा था छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद यहां तीन बार लोकसभा चुनाव हो चुके हैं ।
बीजेपी का गढ़ रहा है बिलासपुर सीट :-
1996 से इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी का कब्ज़ा रहा है। पिछले 7 बार हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने ही यहां से जीत हासिल की है। 1996 से 2004 के बीच चार बार हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी के पुन्नू लाल मोहले यहां से सांसद निर्वाचित हुए। पुन्नूलाल मोहले का नाम लगातार चुनाव जीतने का भी रिकॉर्ड रहा है। मोहले के बाद वर्ष 2009 में भाजपा के दिग्गज नेता दिलीप सिंह जूदेव यहां से सांसद चुने गए । वर्ष 2014 में बीजेपी के लखनलाल साहू इस सीट से सांसद निर्वाचित हुए। लखनलाल साहू ने कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व दिवंगत पीएम अटल बिहारी वाजपेई की भतीजी करुणा शुक्ला को हराया था। वर्ष 2018 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी के अरुण साव इस सीट से सांसद निर्वाचित हुए उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी अटल श्रीवास्तव को हराया था, वर्तमान में वे इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा ने यहां से तोखन साहू को अपना उम्मीदवार बनाया है।