नारायण साकार हरि बाबा के सत्संग के बाद बड़ा हादसा , भक्तों में पैर छूने की होड़ और काफिला निकालने के लिए भीड़ को रोका गया था, कुछ ही समय में लग गया लाशों का अंबार।
हाथरस: उत्तरप्रदेश के हाथरस, सिकंदराराऊ क्षेत्र के गांव फूलरई मुगलगढ़ी में नारायण साकार हरि महाराज उर्फ भोले बाबा का सत्संग चल रहा था। सत्संग के खत्म होने के बाद निकालने की जल्दी में अचानक भगदड़ मच गई और इस जल्दबाजी में महिलाएं और बच्चे गिरते चले गए भीड़ उनके ऊपर से दौड़ रही थी और उन्हें कोई बचाने वाला नहीं था चारों ओर चीख पुकार मच गई थी। जानकारी के अनुसार लगभग 116 लोगों की मौत हो गई इसके अलावा 250 से ज्यादा लोग घायल भी हो गए। कल दोपहर हुए इस हादसे के बाद अफरा तफरी का माहौल बन गया , लोगों को ट्रॉमा सेंटर और एटा के मेडिकल कॉलेज ले जाया गया जहां पर उनका इलाज चल रहा है मृतकों में ज्यादातर महिलाएं व बच्चे शामिल है। इस घटना पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व पीएम नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया है।
पीएम मोदी और सीएम योगी ने जताया दुःख
इस दर्दनाक घटना पर पीएम नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि, यूपी में हुए इस दर्दनाक हादसे को लेकर सीएम योगी से बात हुई है, मेरी संवेदनाएं उन लोगो के साथ, जिन्होंने अपनो को खोया है। इसके साथ ही घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
हाथरस में हुए इस दर्दनाक हादसे में मृतकों की संख्या और बढ़ सकती हैं। लेकिन इस सब के बीच एक नहीं कई सवाल सामने आते हैं, कि क्या इतनी बढ़ी जनसंख्या को एक साथ एक जगह में इकट्ठा होने की अनुमति देना उचित था? और यदि हां तो उनके सुरक्षा के लिए क्या इंतजाम किए गए थे।हाथरस ही नहीं बल्कि देश के कई जगहों पर ऐसे कई आयोजन होते है, जिसमें लाखों की संख्या में लोग आते हैं और उनके लिए कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं होती है।लेकिन व्यवस्था की नींद तब खुलती है, जब हादसा हो जाता हैं।