इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ कि कुलपति ममता चंद्राकर को पद से हटा दिया गया है, नियुक्ति को लेकर लंबे समय से चल रहा था विवाद, दुर्ग संभागायुक्त को सौंपा गया प्रभार।
रायपुर: छत्तीसगढ़ के इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की कुलपति पद्मश्री ममता चंद्राकर को कुलपति के पद से हटा दिया गया है। बता दे की राज्यपाल के सचिव ने यह आदेश जारी किया है साथ ही आगामी आदेश तक दुर्ग संभागायुक्त को विश्वविद्यालय के कुलपति की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ममता चंद्राकर की नियुक्ति को लेकर कई सवाल उठ रहे थे, लेकिन अब उनके खिलाफ राष्ट्रपति से सम्मानित शिक्षक बी.आर यादव ने सत्याग्रह कर मोर्चा खोल दिया जिसके बाद कार्यवाही की गई है। वहीं लोकसभा चुनाव के दौरान भी कई कर्मचारियों के विद्रोह किए जाने की जानकारी मिली थी। जानकारी के अनुसार इससे पहले भी खैरागढ़ के निवासियों ने मशाल रैली निकाली थी साथ ही ममता की नियुक्ति के विरोध में खैरागढ़ बंद कराकर विरोध प्रदर्शन भी किया था। राज्यपाल के सचिव ने आदेश जारी कर उन्हें पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है।
कौन है ममता चंद्राकर ?
मोक्षदा, ममता चंद्राकर छत्तीसगढ़ की सुप्रसिद्ध लोक गायिका है, उन्हें छत्तीसगढ़ की स्वर कोकिला कहा जाता है, ममता ने 10 साल की उम्र से गाना शुरू किया था और पेशेवर रूप से 1977 में आकाशवाणी केंद्र रायपुर से लोक गायिका के रूप में शुरुआत की 2016 में उन्हें पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उनके पति प्रेमचंद कर छाॅलीवुड के जाने-माने निर्माता और फिल्म निर्देशक हैं। ममता चंद्राकर को पूर्ववर्ती भूपेश बघेल सरकार ने 2020 में इंदिरा कलर संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ में कुलपति के रूप में नियुक्त किया था।